फूल जैसा जन्म लेकर भारत बनकर आया था फूल जैसी माँ को पाकर एक धरती माँ को पाया था। फूल जैसा जन्म लेकर भारत बनकर आया था फूल जैसी माँ को पाकर एक धरती माँ...
पाया तो कुछ भी नहीं खोया बहोत कुछ.. हर कोई पाने की तमन्ना करता है खोने की नही.. पाया तो कुछ भी नहीं खोया बहोत कुछ.. हर कोई पाने की तमन्ना करता है खोने की नही...
दूरियां-- पास लाएंगीं एक दिन, ऐसा सोचा न था।। दूरियां-- पास लाएंगीं एक दिन, ऐसा सोचा न था।।
गुज़रा वो वक्त जब हम साथ थे, हो गये मानो सभी आभास है, गुज़रा वो वक्त जब हम साथ थे, हो गये मानो सभी आभास है,
मेरे सामने वाले घर में, एक नए पड़ोसी आए हैं। नया नजरिया है उनका और बड़े खूबसूरती से मेरे सामने वाले घर में, एक नए पड़ोसी आए हैं। नया नजरिया है उनका और बड़े...
जीवन की द्रुत मंझधार में, हिलोरें लेते उफनते ज्वार में, जीवन की द्रुत मंझधार में, हिलोरें लेते उफनते ज्वार में,